कविता कैसे लिखें?
कविता लिखना तो दिल की बात कहने जैसा है, बस थोड़े सुर और ताल के साथ! यह शब्दों का एक मजेदार खेल है। चलो, सीखते हैं कि आप अपनी खुद की कविता कैसे बना सकते हैं।
१. तुक वाले शब्द ढूंढो (Find Rhyming Words)
कविता की शुरुआत करने का सबसे आसान तरीका है तुक वाले शब्द (Rhyming Words) ढूंढना। ये वे शब्द होते हैं जिनकी आखिरी आवाज एक जैसी होती है। जैसे- राजा-बाजा, मोर-शोर, पानी-रानी।
अब इन शब्दों को लाइन के आखिर में रखकर छोटी-छोटी कविता बनाओ।
उदाहरण:
देखो-देखो आया मोर,
जंगल में है इसका शोर।
कितने सुंदर पंख हैं इसके,
नाचे जब बादल हों बरसते।
२. अपने आसपास देखो (Look Around You)
कविता लिखने के लिए विचार आपके चारों ओर हैं! अपनी खिड़की से बाहर देखो, अपनी पसंदीदा गुड़िया को देखो, या सोचो कि जब आप खुश होते हो तो कैसा लगता है। किसी भी चीज़ पर कविता बन सकती है।
उदाहरण: मान लो आपने रात में एक तारा देखा। आप सोच सकते हो:
- रात में निकला एक तारा,
- लगता था कितना प्यारा।
- मैंने उसको पास बुलाया,
- हाथ हिलाकर मुस्काया।
३. शब्दों से खेलो (Play with Words)
कविता में आप वाक्यों को थोड़ा घुमा-फिराकर लिख सकते हैं, ताकि वे सुनने में और भी अच्छे लगें। जरूरी नहीं कि आप हमेशा वैसे ही लिखें जैसे आप बोलते हैं।
साधारण वाक्य: "नीले आसमान में एक छोटा तारा चमक रहा है।"
कविता की लाइन: आप इसे ऐसे लिख सकते हैं:
- चमक रहा आसमान में, एक नन्हा तारा।
- या, तारा एक चमके, नीले आसमान में।
४. भावनाएँ जोड़ो (Add Feelings)
कविता सिर्फ शब्दों का मेल नहीं होती, उसमें भावनाएँ भी छिपी होती हैं। सोचो जब बारिश होती है तो आपको कैसा लगता है? खुशी, ठंडक या नाचने का मन? वही भाव कविता में लिखो।
उदाहरण:
बरखा आई झूम-झूम,
मन में छाया मीठा सुकून।
कूद पड़े सब बच्चे प्यारे,
पानी में लगते तारों जैसे।
५. छोटी और सरल लाइनों से शुरू करो (Start Simple)
कविता बहुत लंबी या कठिन शब्दों वाली होने की जरूरत नहीं है। छोटी-छोटी और आसान लाइनों से शुरू करो। धीरे-धीरे आप और अच्छा लिखने लगोगे।
उदाहरण:
- सूरज निकला, दिन हुआ।
- पंछी बोले, मन खुश हुआ।
इतना छोटा सा लिखना भी कविता है!
६. अपनी कल्पना का उपयोग करो (Use Your Imagination)
कविता में आप कल्पना कर सकते हो। आप सोच सकते हो कि चाँद आपसे बातें कर रहा है, पेड़ नाच रहे हैं या किताब उड़ रही है। यह मजेदार होता है और कविता को जादुई बना देता है।
उदाहरण:
चाँद बोला- चल मेरे संग,
तारे गाने लगे मस्त झुनझुन।
सपनों की गलियों में पहुँचे हम,
हँसी के झरने, खुशियों के संग।
७. बार-बार पढ़ो और सुधारो (Read and Improve)
कविता लिखने के बाद उसे ज़ोर से पढ़ो। अगर कोई लाइन अजीब लग रही हो, तो उसे बदल दो। कभी-कभी एक ही लाइन को कई बार लिखने से वह और सुंदर बन जाती है।